आध्यात्मिकता को जाने व जीवन में लाएं बिना हम अपूर्ण है। सच्ची सच्ची शिवरात्रि मनाएं और परमपिता परमात्मा से जन्म जन्मांतर के लिए वरदानों से अपनी झोली भर ले ।
शोभायात्रा में दिए शिव के सन्देश
श्री हरि सत्संग समिति द्वारा 25 फरवरी से 27 फरवरी तक आरबीएस कॉलेज के खंदारी स्थित सभागार में होगा श्री हनुमत त्रिवेणी कथा का भव्य-विशाल आयोजन। श्रद्धालुओं को दोपहर 2.30 बजे से शाम छह बजे तक तीन दिन इस कथा का आध्यात्मिक आनंद दिलायेंगे मशहूर संत पूज्य पं. विजय शंकर मेहता जी महाराज।
18-19 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त राम कथा मर्मज्ञ व युग वक्ता डॉ. कुमार विश्वास आगरा में बहाएंगे राम कथा की त्रिवेणी।
फरमान खान ( संवाददाता )
डॉ सुमित्रा अग्रवाल
राज किशोर श्रीवास्तव
दुर्गेश व्यास
वीरेंद्र चौधरी
वीरेंद्र चौधरी
वीरेंद्र चौधरी
श्रीरामलला के स्वागत में आगरा हुआ राममय, जिले भर में निकली श्रीराम शोभायात्रा
विभाग प्रचारक आनंद जी और विभाग संचालक राजन चौधरी ने पश्चिम महानगर के कार्यकर्ताओं में भरा जोश, घर-घर जाकर किया संपर्क
1 से 15 तक चलेगा अक्षत वितरण अभियान
दुर्गेश व्यास
आदर्श नंदन गुप्ता,
राम कथा रसपान के लिए कोठी मीना बाजार पर उमड़ी हजारों की भीड़
राजीव तिवारी
"यमुना प्रकटोत्सव पर्व" दिनांक 26 और 27 को "यमुनोत्सव 2023" के रूप मैं मनाया जायेगा
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के गुरु हैं जगदगुरु राम भद्राचार्य महाराज
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने चलाया नशा मुक्ति अभियान
इस दिन मनाई जाएगी शीतला अष्टमी, देवी को लगेगा इसका भोग...
चंदन लगा कर तथा पुष्प वर्षा कर रंगा रंग होली का मनाया गया कार्यक्रम
सेलिब्रिटी वास्तु शास्त्री डॉ सुमित्रा अग्रवाल, सिटी प्रेसीडेंट इंटरनेशनल वास्तु अकादमी से जानें कुछ अनसुनी और अनसमझी बातें
अनामिका मिश्रा के मधुर गानों को सुनकर झूमने लगे हॉल में सभी लोग
डॉ धर्मपाल सिंह विधायक, भगवान सिंह कुशवाह विधायक विधानसभा क्षेत्र खैरागढ़ रहे उपस्थित
दर्शकों, छात्रों, जनपदवासियों को जिला सूचना अधिकारी शीलेन्द्र कुमार शर्मा ने कराया अवलोकन
सद्भावना फाउंडेशन की नेक पहल: कोई भूखा न सोए- भवेंद्र शर्मा विभाग संघचालक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ
आयुक्त ने मण्डलीय पुष्प प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि पुष्प प्रदर्शनी आने वाले जी-20 मार्ग पर आकर्षक का केन्द्र बना है |
आगरा। शिवालयों में भगवान शंकर के शिवलिंग के नंदी की प्रतिमाएं तो अक्सर देखी होंगी, लेकिन नंदी बाबा का मंदिर बना कर उनकी नियमित उपासना की जाती है, एसा एकमात्र ही मंदिर है।
समापन पर सुदेश आर्या के भक्तिमय के भजनों में डूबे आर्यजन, आर्य समाज ने दो दिवसीय समारोह का हुआ समापन
श्रद्धानन्द ने गुरुकुल शिक्षा प्रणाली को अपनाने पर दिया बल दो दिवसीय स्वामी श्रद्धानन्द के बलिदान दिवस समारोह की हुई शुरुआत
गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार कृष्णा कॉलोनी में साहिब श्री गुरु गोविंद सिंह जी जो कि संपूर्ण परिवार की शहीदी को समर्पित नुक्कड़ नाटक आयोजित किया गया।
विवाह पूर्व एक लड़के की अनोखी मांगों से लड़की वाले हैरान हैं
माँ सिद्धिदा देवी भगवती दुर्गा का नौवां रूप है। वह सिंह पर बैठी है। उनका रूप अग्नि के समान है। इनके तीन नेत्र हैं और ललाट पर चंद्रमा की किरणें हैं। माता ने रत्न जड़ित आभूषण धारण किए हैं।
आज आगरा में गौसेवा संकल्प ग्रुप का छठवाँ वार्षिकोत्सव व सम्मान समारोह सोमवार को यूथ हॉस्टल,संजय प्लेस में आयोजित किया गया।
जन्मपत्रिका में ग्रहों की स्थिति सब कुछ बता देती है। ग्रहों की प्रकृति त्रिगुणात्मक है तथा सम्पूर्ण प्रकृति एवं मानव शरीर भी त्रिगुणात्मक है।
ये बाबा मोरछड़ी वाला... थारे सेठ जी रो सेठ मारो बाप लागे... आने वाली ग्यारस की रात है बस कुछ दिनों की बात है... श्याम नाम के भजनों पर जमकर थिरके श्रद्धालु शुक्रवार को महाराजा अग्रसेन भवन लोहामंडी पर हुआ बारह घंटे तक श्री श्याम अखंड संकीर्तन
आगराः श्रीकृष्ण लीला के तहत रविवार को कंस की दुहाई की सवारियां निकाली गईं। इसमें कंस ने अपने सेनापतियों और असुरों के साथ नगर में भ्रमण किया। ऋषि, मुनियों को उसने किस तरह जेल में डाल रखा था, उसकी भी एक झांकी थी।
शादी की तीसवीं वर्षगांठ पर हिन्दू रीति रिवाज से फिर की शादी मुहब्बत की निशानी ताजमहल के सामने पहनाई वरमाला दिल्ली की ट्रैवल कंपनी क्यू.एक्स.पी. के सौरभ व गाइड भारत भूषण का रहा योगदान भारतीय संस्कृति की विदेशों में भी बढ़ रही लोकप्रियता
देव शिल्पी वास्तु शास्त्री विश्वकर्मा ने सूर्य की धूल एकत्र की और तीन वस्तुएं बनाईं। एक था भगवान शिव का त्रिशूल, दूसरा था पुष्पक वामन और तीसरा था सुदर्शन चक्र। वास्तु की तीनो श्रेष्ठ रचनाये है।
दिवाली पांच दिनों का पर्व है | पहला दिन धनतेरस मनाया जाता है।पंचांग के अनुसार धनतेरस का त्योहार कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है|
आगरा- अलबतिया रोड बालाजीपुरम स्थित चिरंजीव सेवा सदन कथा स्थल से आज प्रातः 8.30 बजे पीत वस्त्रधारी महिलाओं ने सिर पर मंगल कलश धारण कर अलबतिया रोड,बालाजीपुरम फर्स्ट फेज,ए, बी,सी ब्लॉक जोरावर नगर होते हुए कथा स्थल तक कलश यात्रा निकाली।
यह बुरे आचरण पर अच्छे आचरण की जीत की ख़ुशी में मनाया जाने वाला त्यौहार है। सामान्यतः दशहरा एक जीत के जश्न के रूप में मनाया जाने वाला त्यौहार है। और भी जुडी हुई बाते हैं -
आगरा- नवरात्रि के अवसर पर शहर में हर रोज भंडारे हो रहे हैं ,एक भंडरा सप्तमी के अवसर पर पंडित मोबाइल शॉप के द्वारा किया गया ।
दुर्गा-पूजामें प्रतिदिन का वैशिष्ट्य महत्व है और हर दिन एक देवी का है ।नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा होगी । 3 अक्टूबर अष्टमी को महागौरी माता की पूजा होगी।
दुर्गा-पूजामें प्रतिदिन का वैशिष्ट्य महत्व है और हर दिन एक देवी का है ।नवरात्रि के ९ दिनों में मां दुर्गा के ९ रूपों की पूजा होगी । १ अक्टूबर षष्ठी को कात्यायनी माता की पूजा होगी।
दुर्गा-पूजामें प्रतिदिनका वैशिष्ट्य महत्व है और हर दिन एक देवी का है । नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के ९ रूपों की पूजा होगी । 28 सितंबर: तृतीया को मां चंद्रघंटा की पूजा होगी। माँ के पूजन की विशेष सामग्री , तृतीयाको सिन्दूर और दर्पण से माँ का पूजन करे ।
भारत विकास परिषद् नवोदय हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी परंपरा कायम रखते हुए राजा दशरथ व माता कौशल्या एवं राजा जनक व माता सुनयना का भव्य अभिनंदन अतिथिवन पर किया गया। नवोदय शाखा द्वारा दोनों राजाओं व दोनों रानियों का सम्मान एक साथ एक मंच पर किया गया।
मृत्यु एक अटल और अचल सत्य है। जहाँ एक तरफ हम ये जानते है की मृत्यु पे व्यक्ति का वश नहीं होता है वही दूसरी तरफ हम महाभारत के प्रमुख पत्र भीष्म पितामह को भी जानते है जिनको इक्छा मृत्यु प्राप्त थी। भीष्म पितामह ने अपनी इच्छा से अपने प्राण त्यागे थे। करीब 58 दिनों तक मृत्यु शैया पर लेटे रहने के बाद जब सूर्य उत्तरायण हो गया तब माघ माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को भीष्म पितामह ने अपने शरीर को छोड़ा था।
●लगातार नौ वर्षों से संस्था समाज में फैला रही जागरूकता का संदेश ●मिलन समारोह में जादूगर अखिलेश ने दिखाए हैरत अंगेज जादू ●प्रतियोगिता में बच्चों ने लिया बढ़ चढ़ कर हिस्सा ●परिवार मिलन समारोह में जमकर हुई मस्ती, हुआ धमाल
आगरा : कमला नगर स्थित कर्मयोगी एन्क्लेव में चल रही श्रीमंद भागवत कथा मे चौथे दिन रविवार को नन्दोत्सव में गोकुल धाम जैसा माहौल उत्पन्न हो गया। झूमते-गाते भक्तजन। हीरे-जेवरात, मेवा और उपहारों की बरसात करते नंदबाबा और यशोदा मैया। 'यशोदा ने जायो ललना, मैं जमुना पे सुन आई...'' व ''नन्द घर आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की...'' , जैसे बधाई गीतों पर श्रद्धालु घंटो झूमते रहे। कथा व्यासपीठासीन शिवमूर्ति द्विवेदी के मुख से एक के बाद एक बधाई गीतों की धुनें प्रस्फुटित होती गयीं। जिन पर भक्ति की मस्ती में डूबे भक्तजन प्रभु भक्ति में दीवाने हो उठे। कथा में झांकियो के माध्यम से श्रीकृष्ण जन्म का भावपूर्ण संजीव वर्णन किया।
आगरा वर्षा वास के दौरान हो रहे भक्तामर स्रोत अनुष्ठान में जैन मुनि डॉण् मणिभद्र महाराज ने कहा कि भक्त अपने को कभी बड़ा नहीं कहता है। वह तो अपने को सबसे छोटा मानता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण श्रीराम भक्त हनुमान जी हैंए जो अपने को हमेशा प्रभु का दास ही बताते रहे। यही नहींए लक्ष्मण जी ने अपने हमेशा अपने को बहुत छोटा माना है।
आगरा - गणेश सेवा समिति एवं समान्नित लोगो के द्वारा आयोजित हर वर्ष की भाति दुर्गा नगर नगला पदी गली
आगरा - दुर्गा नगर नगला पदी मैं विगत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी गणेश महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह आयोजन पूरे दस दिन मनाया जाएगा , इस समारोह मैं विभिन्न तरह के धार्मिक कार्यक्रम रखे गये हैं ।
आगरा - श्रावण मास में चारों सोमवार को आगरा के चारों महादेव मंदिर पर मेला शिव जी का मेला लगता है। श्रावण मासके अंतिम सोमवार को पृथ्वीनाथ मंदिर पर मेला लगता है । मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इसका निर्माण पृथ्वीराज चौहान ने करवाया था आज सोमवार के दिन पृथ्वीनाथ मंदिर पर ही मेला का आयोजन है ।
आगरा 7 अगस्त। संसार में सबसे दुर्लभ कार्य है निस्वार्थ भावना से दान देना। देने वाला दाता और पाने वाला पाता होता है। यदि देने वाला अंहकार से भरा हुआ हो और लेने वाला संतुष्ट नहीं हो, उसे लोभ हो तो फिर दान देने का कोई लाभ नहीं है। यदि दाता और पाता पवित्र भावना वाले हों तो दोनों ही मोक्ष को प्राप्त करते हैं। यह प्रवचन रविवार को राजामंडी स्थित जैन भवन, स्थानक में नेपाल केसरी व मानव मिलन परिवार के संस्थापक जैन मुनि डॉ.मणिभद्र महाराज ने दिए। उन्होंने कहा कि जैन धर्म अतिथि सेवा का विशेष महत्व है। जिस जैन श्रावक को अतिथि सेवा का अवसर मिले, वह वड़ा सौभाग्यशाली होता है। अतिथि वह होता है तो बिना तिथि के यानि, बिना सूचना के घर आ जाए।
आत्मा को परमात्मा बनाएं महावीर भवन में बह रही प्रवचन की धारा
कृष्ण-रुक्मणी विवाह में जमकर झूमे श्रद्धालु