पद्म विभूषण स्वामी रामभद्राचार्य जी ने शुरू की श्री राम कथा
राम कथा रसपान के लिए कोठी मीना बाजार पर उमड़ी हजारों की भीड़
*मीना बाजार नही कहूंगा*
मीना बाजार को मैं मीना बाजार नहीं कहूंगा मैं सीता बाजार कहूंगा। मैं यहां 1367 वीं कथा कह रहा हूं। कृष्ण उपासकों के लिए भी राम श्रेष्ठ है। राम का दूसरे मायने में अर्थ रा से राघव और म से मैथिली है वही रा से राधा और म से मधुसूदन है। मनुष्य होना दुर्लभ है पर विद्यावान होना और दुर्लभ है।
*रामचरित मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ बनाएंगे*
भारत को मोदी सरकार ने पांचवीं अर्थव्यवस्था बना दिया। 2024 में फिर मोदी जी प्रधानमंत्री की शपथ लेंगे और रामचरितमानस को बिल लाकर राष्ट्रीय ग्रंथ बनाएंगे। उन्होंने सांसद रामशंकर कठेरिया से कहा कि गुरु दक्षिणा लेना इतना आसान नहीं। वह भी सांसद हैं और रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ बनाने में सहयोग करे।
*हनुमान जी विभीषण का मिलन*
जब संत मिलते हैं तो भगवान की चर्चा होती है। उन्होंने हनुमान और विभीषण मिलन के सुंदरकांड का वर्णन करते हुए कहा जब हनुमान विभीषण से मिलने पहुंचे तो विभीषण जब उठे तो उन्होंने राम राम का सुमिरन किया। हनुमान जी यह समझ गए कि राम जब बोले तो वह संत ही हैं। उन्होंने कहा कि आप भगवान के भक्त हैं जिसे देखकर भगवान की याद आ जाए वह संत हैं। साधु के मुख से दुर्गंध नहीं आती राम की सुगंध आती है।
कथा में अगर कथावाचक लोगों को ना देखें तो उसे ईश्वर के दर्शन हो जाते हैं। जिसे देख कर के हृदय में आस्था जाती है वह कथा है। अगस्त ऋषि जी ने जब शिव जी को राम की कथा सुनाई तो उनके हृदय में राम से मिलने की विशेष इच्छा उत्पन्न हुई।
*भाव विभोर होकर बोले*
पदम विभूषण स्वामी रामभद्राचार्य जी ने मंच से कहा मुझे इसी जन्म में ईश्वर को पाना है। मुझे किसी दिन कथा कहते हुए भगवान मिल जाएंगे।
*आगरा का पेठा*
कथा आगरा के पेठे के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि श्री राम कथा पेठे से भी ज्यादा स्वादिष्ट है। पेठे से मधुमेह बढ़ जाता है और कथा से मधुमेह घट जाता है। कथा से राजनीतिक लाभ हो या ना हो पर आध्यात्मिक लाभ जरूर होता है।