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ललित कला संस्थान के रजत जयंती समारोह 'ललितोत्सव' में मुखरित होंगी ललित कलाएं

ब्यूरो

आगरा। डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय आगरा के ललित कला संस्थान के पच्चीसवें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में रजत जयंती समारोह 'ललितोत्सव' का आयोजन संस्कृति भवन स्थित संस्थान सभागार में 20 जून 2025 को सांय 4.00 बजे से रात्रि 10.00 बजे तक किया जा रहा है। इस भव्य समारोह में आगरा के अलावा बाहर से भी कला मर्मज्ञ, कला समीक्षक और कलाकार पधार रहे हैं। मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशु रानी होंगी। विशिष्ट अतिथियों में मेवाड़ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. अशोक कुमार गदिया और निदेशक डॉ. अलका अग्रवाल, पूर्व सांसद डॉ. महेश चंद्र शर्मा, आईजी (बीएसएफ) मनोहर बाथम, चितकारा यूनिवर्सिटी के डीन डॉ. रंजन मलिक शामिल होंगे। स्वागत ललित कला संस्थान के *निदेशक प्रो. संजय चौधरी करेंगे। 

संस्थापक निदेशक प्रो. (डॉ.) चित्रलेखा सिंह के 80 वें जन्मदिवस पर आयोजित 'चित्रांजलि' प्रदर्शनी में उनके चित्रों में मुखर होगी रचनात्मकता और कल्पना संसार।

शुरुआत दीप मल्लिका से होगी। इसके बाद 'चित्रांजली' का शुभारंभ होगा, जो ललित कला संस्थान की संस्थापक निदेशिका प्रो. (डॉ.) चित्रलेखा सिंह की जीवन यात्रा की एक गुंफित कला माला है। इससे संबंधित कैटलॉग भी लॉन्च किया जायेगा। उनकी एक "वेबसाइट का शुभारंभ* भी होगा। रसोत्सव कार्यक्रम में प्रो. (डॉ.) चित्रलेखा सिंह के ऊपर कनाडा के फिल्मकार मुनीर मानी निर्देशित 'सोल ऑफ़ कलर्स' डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म की स्क्रीनिंग होगी। 'मेरे सहयात्री मेरे पथ प्रदर्शक' नामक पुस्तक का विमोचन भी होगा। अभिनंदन ग्रंथ 'रंगों और रेखाओं की मेघा प्रो.(डॉ.) चित्रलेखा' के प्रकाशन की घोषणा होगी। जिसका संपादन डॉ. महेश चंद्र धाकड़ द्वारा किया जायेगा। 

सांस्कृतिक कार्यक्रम 'रसोत्सव' में हरिओम गंधर्व और साथी कलाकारों द्वारा 'पधारो म्हारे देश' संगीतमयी प्रस्तुति दी जाएगी। कुंजलता मिश्रा के निर्देशन में कलाकारों द्वारा राधा-कृष्ण पर केंद्रित ओडिसी नृत्य पेश किया जायेगा। प्रवीण परिहार द्वारा सुमिता शर्मा के निर्देशन में 'काव्य कथक नृत्य' की प्रस्तुति होगी। सोनू पहाड़िया का विशेष नृत्य और देवादित्य चक्रवर्ती का सितार वादन होगा। प्रो. राजेश सैनी द्वारा मूक अभिनय किया जाएगा। 

प्रो. (डॉ.) चित्रलेखा सिंह ने बताया, "उन्होंने जीवन के 80 वर्षों की यात्रा को ललित कलाओं के लिए समर्पित किया है। आसपास के अनुभवों और संवेदनाओं को रचनात्मकता और कल्पना संग समेटा है, जो 'चित्रांजलि' प्रदर्शनी में प्रदर्शित चित्रों में महसूस होगा। ललित कलाओं को समर्पित 'विलेज ऑफ आर्ट' नए स्वरूप में कार्यों की शुरुआत करेगा, जो उनकी अब एक खास पहचान है।"

पोस्टर विमोचन कार्यक्रम में संस्थान के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. मनोज कुमार, संस्कार भारती के वरिष्ठ पदाधिकारी नंद नंदन गर्ग, वरिष्ठ कलाकार डॉ. वंदिनी सकारिया भी थे।

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