रोबोटिक सर्जरी से संभव होगा मोटापे का इलाज, मैक्स हॉस्पिटल वैशाली ने आगरा में शुरू की ओपीडी
हर महीने के चौथे गुरुवार सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक मिलेगी ओपीडी सेवा
आगरा। मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल वैशाली (गाजियाबाद) ने आज आगरा में मिनिमल एक्सेस, बेरिएट्रिक एंड रोबोटिक सर्जरी की ओपीडी सेवा शुरू की। ये ओपीडी सेवा शहर के एस. आर हॉस्पिटल और आगरा हार्ट सेंटर के साथ मिलकर शुरू की गई है।
इस अवसर पर मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल वैशाली में मिनिमल एक्सेस बेरिएट्रिक एंड रोबोटिक सर्जरी विभाग के डायरेक्टर व हेड डॉक्टर विवेक बिंदल अपनी टीम के साथ मौजूद रहे। ये नई ओपीडी सेवा रकाबगंज स्थित एस आर हॉस्पिटल में हर महीने के चौथे गुरुवार सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक उपलब्ध रहेगी । जबकि सिविल लाइंस स्थित आगरा हार्ट सेंटर में
दोपहर 1 बजे से दोपहर 3 बजे तक ओपीडी चलेगी इस ओपीडी लॉन्च के मौके पर डॉक्टर विवेक बिंदल ने मोटापे के कारण हो रही स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल वैशाली में मिनिमल एक्सेस बेरिएट्रिक एंड रोबोटिक सर्जरी विभाग के डायरेक्टर व हेड डॉक्टर विवेक बिंदल ने कहा, "मोटापे के कारण कई तरह की अन्य बीमारियां हो जाती हैं जैसे दिल की बीमारी, डायबिटीज, कैंसर ऑस्टियो अर्थराइटिस, लिवर और किडनी डिजीज, स्लीप एप्निया व डिप्रेशन मोटापे से जुड़े रिस्क को देखते हुए हमारा अस्पताल ऐसे मरीजों की रोबोटिक बेरिएट्रिक सर्जरी करता है जिनका हाई बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) होता है और मोटापे से जुड़ी अन्य बीमारियां रहती हैं। बेरिएट्रिक सर्जरी के जरिए डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया की समस्या दूर करने में मदद मिलती है। जिन मरीजों को ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने में समस्या होती है, यहां तक कि इंसुलिन की हाई डोज से भी कंट्रोल नहीं होता, उन मरीजों की बेरिएट्रिक सर्जरी के बाद शुगर लेवल ठीक हो जाता है और डायबिटीज से भी
रिकवरी हो जाती है और इसके लिए दवाओं की भी जरूरत नहीं पड़ती लेप्रोस्कोपिक और रोबोटिक सर्जिकल टेक्नोलॉजी में शानदार प्रगति की जानकारी देते हुए डॉक्टर विवेक ने आगे कहा, "इस तरह के एडवांसमेंट से इलाज का दायरा बढ़ा है और वेट लॉस सर्जरी, रोबोटिक हर्निया सर्जरी, एब्डोमिनल वॉल रिकंस्ट्रक्शन, स्प्लीन सर्जरी और पित्त की पथरी या पित्त निकालने जैसी सर्जरी मिनिमली इनवेसिव तरीके से हो जाती है।
एक सबाल के जबाव में डा. विवेक ने बताया कि 2 साल की बच्ची जो शुगर और मोटापे से परेशान थी जिसका वजन 45 किलो था सर्जरी के बाद उसका वजन 30 किलो है और शुगर लेवल बिल्कुल नियंत्रण में है। बच्ची पूर्ण स्वस्थ और 4 साल से ऊपर की है।