तुर्किए और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप
कई हजार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. लोगों को मलबे से निकालने की कोशिश जारी है.
तुर्किए में भूकंप की वजह से करीब 1.5 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं |
6 हजार से ज्यादा इमारतों को नुकसान पहुंचा है. तीन एयरपोर्ट बुरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं |
भूकंप की वजह से एयरपोर्ट के रनवे पर गहरी-गहरी दरारें पड़ चुकी हैं. रनवे इस लायक नहीं बचा कि कोई प्लेन लैंड या टेक ऑफ हो सके |
विनाशकारी भूकंप के बाद दुनिया के करीब 84 देशों ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं, वहीं भारत की तरफ से भी एनडीआरएफ की दो टीमें तुर्किए में अपनी सेवाएं देने पहुंच चुकी हैं |
दूसरे देशों से पहुंची टीमों को घटनास्थल पर भेज दिया गया है, जिनमें भारतीय टीम भी शामिल है. टीमों को तुर्किए पहुंचाने के लिए स्पेशल प्लेन की व्यवस्था की गई |
तु्र्किए के एयरपोर्ट काम नहीं कर पा रहे हैं, जिसकी वजह से बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गाजन सेब सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका है. दो दिनों से एयरपोर्ट कनेक्टिविटी से बाहर है |
स्थानीय जगहों पर मौसम भी खराब है, जिसकी वजह से रेस्क्यू टीमों को काम करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है |
तुर्किए में भूकंप के बीच भारी बर्फबारी भी हो रही है |
जगह-जगह बर्फ को हटाने का भी काम चल रहा है. मलबे के भीतर अब भी बहुत से लोग जिंदा दबे हो सकते हैं, यह मानकर भी राहत-बचाव अभियान चल रहा है |