आगरा के मुड़ी में उत्पीड़न के खिलाफ क्षत्रिय समाज की हुई महापंचायत ,हजारों की संख्या में पहुंचे लोग
महापंचायत को रोकने के लिए पुलिस ने लगाई धारा 144 करीब ढाई सौ लोगों को जारी किए लुकआउट नोटिस महापंचायत में एसडीएम एत्मादपुर ने क्षत्रिय समाज के पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की कही बात फरार आरोपियों को 24 घण्टे में गिरफ्तार करने का दिया आश्वासन
आगरा आगरा जिले के थाना खंदौली क्षेत्र के अंतर्गत बीते दिनों क्षत्रिय समाज के परिवार पर दूसरे समाज द्वारा किए गए उत्पीड़न के खिलाफ रविवार को एक महापंचायत का आयोजन किया। महापंचायत में एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक के साथ तमाम संगठनों के पदाधिकारियो समेत हजारों की संख्या में क्षत्रिय बन्धुओ के साथ अन्य लोग भी पहुंचे।
हालांकि इस महापंचायत की पहले से ही घोषणा के बाद से पुलिस ने महापंचायत को रोकने के लिए बीती देर शाम को ही धारा 144 लागू कर दी थी। व करीब ढाई सौ लोगों को लुकआउट नोटिस भी जारी किए गए थे। रविवार को हुई इस महापंचायत से पहले ही पूरा खंदौली क्षेत्र छावनी में तब्दील हो गया भारी संख्या में चारो ओर पुलिस की मुस्तेदी दिखाई दी। हजारों की संख्या में पहुंचे लोगो को देख पुलिस व प्रसाशन के पसीने छूट गए। व तमाम आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए।एसडीएम एत्मादपुर ने क्षत्रिय समाज के पीड़ित परिवार को हरसंभव न्याय दिलाने की बात कही व फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए 24 घंटे में गिरफ्तार करने की बात कही। इसके बाद पंचायत में मौजूद लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा.
ये था मामला
दरअसल मामला यह था कि बीते करीब 1 महीने पूर्व थाना खंदौली क्षेत्र के गांव मुड़ी जहांगीरपुर में जमीनी विवाद को लेकर एक पक्ष ने क्षत्रिय समाज के परिवार पर जानलेवा हमला किया था।जिसमें क्षत्रीय समाज के परिवार के कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस मामले में कार्यवाही करते हुए पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तीन लोगों को जेल भेज दिया। लेकिन वहीं पीड़ित परिवार के लोगों का कहना था कि जो मुख्य आरोपी मुकदमे में नामजद किए गए हैं उन्हें पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही.इसके लिए पीड़ित परिवार ने क्षत्रिय नेताओं के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चौखट पर भी न्याय की गुहार लगाई लेकिन फिर भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। आरोप यह भी है कि ऐसे में जब पीड़ित परिवार क्षेत्रीय सांसद के पास जब शिकायत लेकर पहुंचा तो सांसद ने पीड़ित परिवार को भला बुरा कहा और वहां से भगा दिया। इसके बाद पीड़ित परिवार ने न्याय न मिलने पर महापंचायत का ऐलान किया.
ढाई सौ लोगों को भेजे लुकआउट नोटिस
पीड़ित परिवार के ही सेना के जवान महेश चौहान का कहना है कि वह पिछले कई दिनों से गांव गांव जाकर लोगों से पंचायत के लिए समर्थन मांग रहे थे। इसके लिए तमाम क्षत्रिय समाज के लोग ने उन्हें समर्थन देने की बात भी कही। उन्होंने बताया कि महापंचायत से 1 दिन पहले बीते देर शाम को प्रशासन ने उनकी पंचायत ना होने देने की पूरी कोशिश की. क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई और करीब ढाई सौ लोगों को लुकआउट नोटिस भी भेजे गए.
इधर क्षत्रिय समाज के महेश चौहान ने बताया कि प्रशासन की लाख बंदिशों के बाद भी हमने महापंचायत का आयोजन किया और इस महापंचायत में हजारों लोगों की संख्या में हमें समर्थन भी मिला महापंचायत में क्षेत्रीय विधायक और पूर्व विधायक भी पहुंचे उन्होंने भी हमारा साथ देने की बात कही है. महापंचायत में करणी सेना, क्षत्रिय महासभा, भारतीय किसान यूनियन, सिस्टम सुधार संगठन के साथ तमाम संगठन के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की शपथ भी ली. पीड़ित परिवार द्वारा आयोजित की गई महापंचायत में कई बार क्षेत्रीय सांसद एसपी सिंह बघेल के खिलाफ भी नारेबाजी हुई. दरअसल पीड़ित परिवार का कहना था कि वे उनके पास गए थे लेकिन उन्होंने उन्हें दुत्कार कर भगा दिया और उनकी कोई भी सुनवाई नहीं की. वह क्षेत्र के सांसद होने के नाते न्याय की बात न कर अपराधियों का साथ दे रहे हैं.
पूरी तरह से मुस्तैद रही पुलिस
जिला प्रशासन ने महापंचायत को रोकने के लिए तमाम बंदिशों के बाद क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी थी. लेकिन बावजूद उसके भी पंचायत का आयोजन सफलता पूर्वक किया गया.इस कारण प्रशासन और पुलिस पूरी तरह पंचायत स्थल के आस-पास मुस्तैद दिखाई दी. वहीं एसडीएम एत्मादपुर अभय सिंह ने बताया कि पंचायत को रोकने के लिए 144 धारा लगाई गई थी और करीब ढाई सौ लोगों को नोटिस भेजे गए थे. लेकिन फिर भी पंचायत हुई है ऐसे में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है ताकि पंचायत में कोई भी बवाल की स्थिति पैदा ना हो. वही उनका कहना था कि पंचायत में आए पदाधिकारियों और पीड़ित परिवार के द्वारा ज्ञापन ले लिया गया है. साथ ही, उन्हें भरोसा दिलाया गया है कि 24 घंटे के अंदर फरार अपराधी जेल की सलाखों के पीछे किया जायेगा।