श्रीकृष्ण और रुक्मणि जी का विवाह अपने आप में अनूठा : आचार्य सुभाषचंद्र शास्त्री
कृष्ण-रुक्मणी विवाह में जमकर झूमे श्रद्धालु
आगरा : मऊ रोड स्थित शिवशक्ति मंदिर में चल रही श्रीमद भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में सोमवार को रासलीला व रुक्मणि विवाह का वर्णन किया गया। व्यासपीठ से आचार्य सुभाषचंद्र शास्त्री ने कहा कि श्रीकृष्ण और रुक्मणिजी का विवाह अपने आप में अनूठा है। इस दौरान प्रभु को कुछ परेशानियों का सामना भी करना पड़ा, लेकिन वे रुके या थके नहीं और अंततः उन्होंने रुक्मणिजी से विवाह किया। रुक्मणि-कृष्ण विवाह का अत्यंत मार्मिक विवरण श्रद्धालुओं के समक्ष व्यक्त किया। भक्तगण कृष्ण रासलीला और रुक्मणी विवाह के भजनो पर जमकर झूम उठे।
जैसे-जैसे भागवत कथा आगे बड़ती जा रही हैं व्यास गददी पर विराजमान आचार्य सुभाषचंद्र शास्त्री के मुखाबिंद से इस कथा को सुनने के लिये श्रद्धालुओ का सैलाब उमड़ा रहा है। कथा के मुख्य यजमान डॉ. अजयपाल सिंह और कुमुद सिंह रही। मंगलवार को सुदामा चरित्र, फूलो की होली तथा भागवत व्यास पूजन किया जायेगा। कथा में अजय कुमार सिंह, अजीतपाल सिंह, डॉ. उदयपाल सिंह, मधु सिंह, पल्लवी सिंह, नीतू सिंह, जान्हवी, दीपांशु, वैष्णवी, आयुष आदि ने श्री महापुराण की आरती की।