मशहूर जादूगर स्व०ओ पी शर्मा का जन्म दिन वृद्धा आश्रम में बुजुर्कों कस बीच धूमधाम से मनाया
लवी किशोर
आगरा- विश्वविख्यात जादूगर स्व0 श्री ओ पी शर्मा जी का जन्म दिन रामलाल वृद्धा आश्रम में बहुत ही धूमधाम से मनाया गय। इस अवसर पर जादूगर अखिलेश द्वारा प्रायोजित दिव्य आत्मज्ञान फाउंडेशन द्वारा जादूगर ओ पी शर्मा स्मृति मैजिक अवार्ड कानपुर के जादूगर नगीना को दिया गया । कार्यक्रम को आश्रम में मौजूद 450 वृद्धजन एवम् महिलाओं व बच्चों ने देखा और सराहा, इस अवसर पर चार जादूगरों ने अपनी प्रस्तुति दी, जिसमें जादूगर नगीना,जादूगर अखिलेश जादूगर, जे पी सम्राट,जादूगर एस कुमार प्रमुख थ। जादूगर नगीना को प्रथम, जादूगर ओ पी शर्मा स्मृति मैजिक अवार्ड दिया गया साथ ही ग्यारह हजार रुपए,स्मृति चिन्ह,जीनियस वर्ल्ड रिकॉर्ड,और अनुपम मैजिक सोसायटी की आजीवन सदस्यता प्रदान की गई।
कार्यक्रम के अध्यक्ष शिव कुमार शर्मा मुख्य अतिथि एवं केयर एंड अवेयर सोसायटी के महासचिव धर्मेंद्र तायल द्वारा जादूगर नगीना को आगरा का विश्व प्रसिद्ध पेठा प्रदान किया गय। कार्यक्रम की शुरुआत जादूगर ओ पी शर्मा के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। इस अवसर पर जादूगर अखिलेश ने महान जादूगर ओ पी शर्मा के जीवन पर अपने विचार प्रकट करते हुए कहा, कि दुनिया में अनेकों जादूगर पैदा हुए पर ओ पी शर्मा जैसा जादूगर आज तक नही हु। बड़े ही जिंदादिली इंसान बहुमुखी प्रतिभा के धनी गरीबों के मसीहा,सभी विधाओं के कलाकारों को सम्मान देना उनकी दिनचर्या बन गई थी आज उनकी कमी पूरे जादू जगत को खल रही है। भारत में जब तक जादू रहेगा ओ पी शर्मा जी का नाम भी रहेगा,आश्रम में मौजूद सभी वृद्धजन को स्वल्पाहार की भी व्यवस्था जादूगर अखिलेश जैसवाल द्वारा की गई,इसके उपरांत 101 किलो केले बंदरों को खिलाए गए और गरीबों में बांटे गए,ज्ञात रहे कि जादूगर ओ पी शर्मा विगत 15 अक्टूबर 2022 को स्वर्गवासी हो गए थे तभी उनका जन्म दिवस को धूमधाम से मनाने की घोषणा आगरा में जादूगर अखिलेश द्वारा कर दी गई थी।
जादूगर ओ पी शर्मा स्मृति मैजिक अवार्ड के लिए मात्र पांच आवेदन आए जिसमें से चयन समिति द्वारा जादूगर नगीना का नाम चयन किया,जादूगर नगीना ने भी जादूगर ओ पी शर्मा जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज में जीवित हूं तो उसका श्रेय ओ पी शर्मा को जाता है। 2019 में मेरे तीन ऑपरेशन हुए ओ पी शर्मा जी ने बहुत सहयोग किया और हॉस्पिटल में कई बार आकर मुझे हिम्मत बढ़ाई में उनका अहसान कभी नही भूल सकता। आज ओ पी शर्मा जी का ही आशीर्वाद है कि मुझे ही ये अवार्ड प्राप्त हुआ,,और आशा करता हूं कि जूनियर ओ पी शर्मा, मुन्ना भैया भी अपने पापा के रास्ते चल कर उनकी कमी को पूरा करने का प्रयास करेंगे।