संघ के स्वयंसेवकों ने मनाया वर्ष प्रतिपदा का उत्सव
आगरा विभाग के सभी छह जिलों में निकाला गया पथसंचलन
आगरा। भारतीय नववर्ष की शुरूआत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा बुधवार से हो गयी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आगरा विभाग के स्वयंसेवकों ने वर्ष प्रतिपदा का उत्सव पारंपरिक रूप से शाखाओं में आघ सरसंघचालक प्रणाम कर मनाया और एक दूसरे को नव वर्ष की बधाईं दी।
संघ दृष्टि से आगरा विभाग के सभी छह जिलों में लगने वाली शाखाओं में वर्ष प्रतिपदा का उत्सव मनाया गया। फतेहाबाद में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए विभाग प्रचारक आनंदजी ने कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का ऐतिहासिक महत्व है। आज ही के दिन भगवान राम का राज्याभिषेक हुआ था। आज के दिन शक्ति की आराधना का पर्व भी होता है और चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को ही भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की थी। आनंद जी ने कहा कि आज का जो समय है वह उछाल मार कर आगे बढ़ने का है। डाक्टर हेडगेवार जी कहा करते थे कि जब विपरीत समय हो तब एक स्थान पर डटे रहें और जैसे ही अनुकूल समय आए उछाल मार कर आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि यह समय घर में बैठने का नहीं है । उन्होंने श्रीगुरूजी का उदाहरण देते हुए कहा कि वे कहा करते थे कि एक घंटा का समय शाखा के लिए और बाकी 23 घंटे हमें समाज के साथ मिलकर काम करने में व्यतीत करना है।
घोष की ध्वनि के साथ ध्वजारोहण किया गया। गणवेशधारी स्वयंसेवकों ने शारीरिक प्रदर्शन करते हुए दंड के प्रयोग किए और प्रमुख मार्गो पर पथ संचलन किया। विभाग प्रचार प्रमुख मनमोहन निरंकारी ने बताया कि संघ के 6 प्रमुख उत्सवों में वर्ष प्रतिपदा उत्सव नववर्ष की शुरुआत के साथ प्रथम उत्सव के रूप में मनाया जाता है। स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में कार्यक्रम में उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि आगरा विभाग में कुल 108 स्थानों पर उत्सव मनाया गया। पथ संचलन के दौरान स्वयंसेवकों पर स्थानीय नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। विभिन्न कार्यक्रमोें में प्रांत और विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।