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जमीन के लालच में की बड़े भाई ने अपने सगे छोटे भाई और भाभी की हत्या

"24 घंटे के अंदर ही पुलिस ने किया दंपत्ति हत्याकांड का खुलासा" बड़े भाई ने ही जमीन के लालच में की छोटे भाई और उसकी बहू की हत्या | 3 साल के मासूम भतीजे को हथौड़े से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया |

एटा। जनपद के थाना कोतवाली देहात क्षेत्र में विगत दिवस हुए दंपत्ति हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया है कि मृतक के बड़े भाई ने ही जमीन हथियाने के चक्कर में इस हत्याकांड को अंजाम दिया। आपको बता दें एसएसपी उदय शंकर सिंह के निर्देशन में लगातार इस जनपद में पुलिस प्रभावी कार्रवाई कर रही है और किसी भी घटना के होने के पश्चात तत्काल उसका खुलासा किया जा रहा है। इसी क्रम में थाना कोतवाली देहात पुलिस द्वारा विगत दिवस हुई दंपत्ति की हत्या की घटना का 24 घंटे के अंदर भी खुलासा किया गया है। पुलिस के मुताबिक संपत्ति के लालच में आकर बड़े भाई ने एक अन्य साथी के मिलकर ही अपने सगे छोटे भाई और भाभी की हत्या कर दी। वहीं 3 साल के मासूम भतीजे को हथौड़े से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया जिसका इलाज चल रहा है। आपको बता दें विगत दिवस थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के अंतर्गत गांव श्रीकरा में गांव के बाहर जिरसिमी नहर पुल के पास रह रहे एक दंपत्ति जितेंद्र उर्फ टीटू पुत्र स्वर्गीय मोहर सिंह तथा उसकी पत्नी प्रीति और 3 वर्षीय मासूम बालक को गंभीर अवस्था में स्थानीय लोगों द्वारा देखा गया और पुलिस को सूचना दी गई। तत्काल सूचना पर पहुंची कोतवाली देहात पुलिस द्वारा देखा गया तो वहां दंपति की मौत हो चुकी थी, वहीं बालक गंभीर रूप से घायल था। जिसे तत्काल एंबुलेंस की मदद से मेडिकल कॉलेज भेजा गया जहां से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। इस घटना के संबंध में मृतक के भाई पंकज पुत्र स्व. मौहर सिंह द्वारा मृतक के ससुराल जनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहीं जब पुलिस द्वारा छानबीन की गई तो मालूम पड़ा कि जमीन के लालच में मृतक के भाई पंकज एवं उसके एक अन्य साथी प्रवेंद्र पुत्र दिनेश कुमार निवासी नगला डूडा द्वारा उपरोक्त घटना को अंजाम दिया गया था। एसएसपी उदय शंकर सिंह द्वारा उक्त घटना का सफल अनावरण करने वाली टीम को उत्साहवर्धन हेतु बीस हजार रूपए का पुरस्कार दिया गया।

इनबॉक्स👇
महत्वपूर्ण तथ्य- 
1. मृतक के पिता चार भाई थे। मृतक के पिता के हिस्से में पांच बीघा जमीन थी तथा मृतक की मां के नाम 7 बीघा जमीन अलग से मायके पक्ष में थी।
2. मृतक की मां दोनों भाइयों से अलग रहती है. परंतु उसका झुकाव मृतक जितेन्द्र की तरफ अधिक था। 
3. पंकज को लगता था कि मा अपने हिस्से की जमीन मृतक जितेन्द्र को दे देगी और मृतक के पास लगभग 9 बीघा जमीन हो जाएगी। जिसकी कीमत 20 लाख रुपये प्रति बीघा कुल कीमत करीब 1 करोड़ 80 लाख रुपये है, वो मृतक को मिल जाएगी। 
4. यद्यपि पूर्व में बँटवारे के लिए पंचायत हुई जिसमें पंकज के हिस्से में करीब ढाई बीघा जमीन, दुकान का आधा हिस्सा तथा सबमर्सिबल मिले थे परंतु वास्तविक रूप से पूरी दुकान पर मृतक जितेन्द्र ने कब्जा कर रखा था।
5. दो मंजिला मकान में मृतका ऊपर कमरे में तथा मृतक नीचे कमरे में लेटता था।
6. अभियुक्त प्रवेन्द्र मृतक की दुकान के सामने चिकन बेचने का काम करता है, जिसपर अभियुक्त पंकज का भी काफी उठना बैठना था
7. पंकज के मन में संपत्ति के विवाद के चलते मृतक जितेंन्द्र को रास्ते से हटाने का ख्याल आया और योजना के मुताबिक घटना के दिन प्रातः 05:30 बजे दोनों अभियुक्त चालीसा बाग में मिले और हत्या की योजना को मूर्तरूप देने के लिए इकट्ठा हुए, तदोपरांत इनके द्वारा घटनास्थल की चुपके से रैंकी की गयी।
8. योजना के अनुसार हत्या करने के लिए पंकज ने प्रविन्द्र को 5,00,000 रुपये देने का वादा किया था। तीन-चार दिन पूर्व से दोनों अभियुक्तों द्वारा जितेन्द्र के क्रियाकलापों की रैकी की गई। 
9. योजना के अनुसार दोनों अभियुक्त प्रातः करीब 06.30 बजे जितेन्द्र के घर पहुंचे। उस समय मृतक शौच किया के लिए गया था। घर पर उसकी पत्नी थी। पंकज सीढ़ी से ऊपर गया जहां मृतका प्रीति (जितेन्द्र की पत्नी) सीढ़ी के गेट पर मिली। वहां से पंकज ने प्रीति को खींचकर नीचे ले आया, जहाँ ड्रम से छुरा निकालकर प्रीति पर चाकू से प्रहार कर उसे लहूलुहान कर दिया। जिसके बाद पंकज ने प्रीति के हथोड़े से प्रहार किया। उसी समय पंकज ने मृतक के तीन वर्षीय बेटे के सिर पर भी हथौड़े से प्रहार किया। पंकज के हाथ में छोटी छूरी तथा प्रविन्द्र के हाथ में बड़ी छूरी थी। 
10. मृतक जितेंद्र जैसे ही शौच करने के बाद घर वापस आए प्रविन्द्र ने जितेन्द्र के ऊपर छुरे से कई वार किये तथा उसका गला काट दिया
11. इसके बाद शटर गिराकर दोनों वहाँ से चले गए पंकज ने बाग में अपनी शर्ट चप्पल छुपा दी और घर चला गया तथा प्रविन्द्र ने तालाब के किनारे अपनी जैकेट छोड़ दी तथा टोपा तालाब में फेंक दिया। घटना करने के बाद दोनों अभियुक्तगण ने जिरसमी नहर पर सरकारी शराब के ठेके पर शराब पी उसके बाद वह नहर पर आकर ऑटो में बैठ कर अमापुर कासगंज चला गया
12. वहां से प्रविन्द्र ने पुनः करीब 09.30 बजे पंकज से वार्ता की फिर 12:00 बजे के आसपास अभियुक्तगण घटना के समय पहने हुए कपड़े बदलने के बाद वापस घटनास्थल पर आए तथा मृतक जितेन्द्र व मृतका प्रीति के शव को लोगों को भ्रमित करने के लिए घर से बाहर निकालने में मदद की जिससे इन पर किसी को शक न हो
13. मृतक का प्रेम विवाह कोर्ट मैरिज के माध्यम से करीब चार वर्ष पूर्व हुआ था तथा प्रारम्भिक समय मैं मृतका के माता पिता व भाई शादी के विरोध में रहते थे, किंतु बेटा पैदा होने के उपरान्त जो वर्तमान मैं करीब 3 वर्ष का है. मृतक के ससुरालीजन द्वारा विरोध बन्द कर दिया गया। चूंकि प्रारम्भिक चरण में मृतक के ससुरालीजन विरोध में थे. इस तथ्य का फायदा उठाकर आरोपी बड़े भाई पंकज उर्फ धर्मेन्द्र ने स्वयं अभियोग पंजीकृत कराकर तथा मृतका के ससुरालीजन को नामजद करा दिया।
14. अभियुक्तों की निशानदेही पर उनके द्वारा घटना के समय पहने हुए जैकेट, टोपा, शर्ट और चप्पल बरामद किए गये हैं।

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